बूढ़े अशफ़ाक़ के लिए फरिश्ता बने इंस्पेक्टर अजय कुमार
135 करोड़ लोगों में से बहुत कम लोग ही ऐसे हैं जिनकी नज़र में भारतीय पुलिस विलेन नहीं है। आस पड़ोस और स्वयं के अनुभव के आधार पर हम स्पष्ठता के साथ कह सकता हूँ कि सब तो नहीं पर हाँ हिन्दुस्तान का सबसे खराब सरकारी अमला पुलिस का ही है।
आपने पुलिस कितनी बुरी होती है इसपर सैंकड़ो फ़िल्में और आर्टिकल्स पढ़े होंगे लेकिन हम यहाँ बात करेंगे उन लोगो के बारे में जो “सब एक जैसे नहीं होते” कथन को सच साबित कर देते हैं। इसी तरह की एक घटना से आपको रु ब रु कराता हूँ।
जी हां तो बात ये है कि उत्तर प्रदेश का जिला है मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर यूँ तो साम्”प्रदा”यिक द”गों के लिए विश्व विख्यात है लेकिन यहाँ एक पुलिसवाले ने हिन्दू मुस्लिम भाईचारे को ऐसा प्रोत्साहन दिया की सोशल मीडिया पर स्टार बन गया।
जिन पुलिसवाले भाईसाब की आप तस्वीर देख रहे हैं इनका नाम है अजय कुमार जो की इंस्पेक्टर हैं। इनके साथ तस्वीर में दिख रहे बूढ़े व्यक्ति का नाम है अशफ़ाक़। और इसी बूढ़े अशफ़ाक़ और अजय कुमार के बीच ही सारा फलसफा है।
ईद का दिन था, अजय कुमार ड्यूटी पर थे, रात हो चली थी, अजय कुमार गस्त पे निकले , उन्हें सड़क पर एक बूढ़ा जिसका नंगा शरीर था दिखाई दिया। उन्होंने गाडी रुकवाई, और मानवता दिखाई, बूढ़े को सप्रेम थाने लाया गया।
स्नान करा के अच्छे कपड़े पहनाये , पता चला की बूढ़ा कई दिन से भूखा था। तो आपात में इंस्पेक्टर महोदय ने खाना मंगाया और साथ बैठकर खाया। इसके बाद बड़े हर्ष उल्लास के साथ थाने में ही ईद मनाई गई।